25 फरवरी 2022
✍️दिलीप कुमार उदय
व्यंग्यात्मक अल्फाज प्रस्तुत है :-
*राजस्थान के 2022-23 बजट* में पुष्कर सरोवर के लिए अलग से नही हुई बजट घोषणा !!
*अलग से बजट घोषणा नही हुई तो क्या पुष्कर सरोवर का विकास रुक जायेगा समस्याओं का निवारण नही होगा???*
*सत्ता पक्ष के एवं विपक्ष के नेता पुष्कर सरोवर के इर्द गिर्द परिक्रमा करते रहते है इनकी परिक्रमा पिछले कई सालों से पूरी नही हो पा रही है !*
*पूर्व शिक्षा मंत्री नसीम मेडम पुष्कर को लेकर सदैव चिंतित रहती है* इनका चिंतित रहना स्वाभाविक भी है पुष्करराज एवं जनता के आशीर्वाद से विधायक रहते हुये शिक्षा मंत्री का पदभार मिला था। *वो अलग बात है कि पिछले 2 चुनावो में जनता का आशीर्वाद नही मिल पाया परन्तु पुष्करराज का आशीर्वाद बरकरार रहा जिसके तहत वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष पद पर है।* खेर लोकतंत्र में किसी को जीत और किसी को हार नसीब होनी है।
मेडम ने अपने अथक प्रयास से सरोवर के लिए मीटिंग्स आयोजित की डीपीआर को बजट में शामिल करवाने हेतु जद्दोजहद भी की, जब बजट में डीपीआर शामिल नही हुई तो *ठीकरा अधिकारियों के माथे डाल दिया गया। अधिकारियों को दोषी करार देकर उन्हें लापरवाह घोषित करते हुए कार्यवाही की मांग तक कर डाली है।* पुष्कर सरोवर के लिए बजट घोषणा नही होने पर CM को पत्र भी लिख दिया है। *पुष्कर सरोवर बजट को लेकर अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बनाकर चेन से नही बैठूंगी वाला दांव भी लगा दिया है.....अब देखो यह दांव कितना कारगर सिद्ध होता है!!*
🤔सोचनीय विषय यह है कि पुष्कर सरोवर में बरसाती गंदे पानी वाली समस्या तो सालो से है। *राजस्थान का बजट अचानक तो घोषित हुवा नही, तय समयावधि में ही बजट आता है तो उसके अनुसार पूर्व में तैयारी कर लेनी चाहिए थी इतनी ढिलाई क्यो बरती गई ??*🤔🤔
*वैसे प्रतिष्ठा का दांव तो वर्तमान विधायक श्री सुरेश रावत को भी लगाना चाहिए उन्हें जनता ने 2 बार चुना है आगामी चुनाव तक 10 वर्ष पूरे भी हो जायेंगे। उन्होंने हजारो करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाये थे तो पुष्कर सरोवर विकास ओर बरसाती पानी के साथ गंदे पानी की समस्या अछूती कैसे रह गई , इनके पूर्व कार्यकाल के समय केंद्र, राज्य, सांसद एवं विधायक सभी एक पार्टी से थे पूरी चेन थी फिर भी समस्या जस की तस कैसे रह गई। यह जनता हेतु गहन अध्ययन का विषय है।*😉😉
इन्होंने डीपीआर (Detailed Project Report) मामले को लेकर कहां था कि यह राशि *ऊंट के मुंह मे जीरा है, माना कि जीरा है आप आपके विधायक कोष से एवं आपकी पार्टी के सांसद कोष से या केंद्र द्वारा ऊंट के मुंह मे राई* जितना ही कर दिखा दीजिये ना 😊😊
*पुष्कर सरोवर के बरसाती पानी के साथ गंदे पानी वाली समस्या का निवारण बहुत आवश्यक है इसका समाधान सर्वप्रथम होना जरूरी है।*
🙏🙏
राजस्थान बजट में पर्यटन को लेकर भी महत्वपूर्ण घोषणाएं हुई है जिन्हें जानना भी जरूरी है :-
*पुष्कर धार्मिक नगरी के साथ साथ अंतराष्ट्रीय पर्यटन स्थल भी है। राजस्थान के प्रमुख पर्यटक स्थलो में पुष्कर का महत्व क्या है सर्वविदित है।*
*पर्यटन, कला एवं संस्कृति* और *आधारभूत संरचना* के तहत *सड़क एवं सुनियोजित विकास हेतु स्वीकृत बजट से भी पुष्कर की कायापलट हो सकती है !!*
*पर्यटन :-* इस बजट में *1 हजार करोड़* का पर्यटन विकास कोष बनाया गया है।
*400 करोड़ रुपये प्रदेश की Tourism Destination के रूप में Branding करने, जिसमे Media Plan, Events, Concerts आदि शामिल होंगे*
तथा *600 करोड़ रुपये पर्यटन स्थलों/ सर्किट से संबंधी आधारभूत संरचना के कार्यो के लिए खर्च किए जायेंगे।*
*साथ ही प्रत्येक जिले में 2-2 पर्यटक स्थलों को चिन्हित कर जन सुविधा संबंधी 100 करोड रुपए के कार्य आगामी वर्ष हाथ में लिए जाना प्रस्तावित है।*
*साहसिक पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एडवेंचर टूरिज्म प्रमोशन स्कीम लाई जायेगी*
*पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराने की दृष्टि से 10 करोड रुपए की लागत से एकीकृत ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल मोबाइल एप्स विकसित किए जाएंगे।*
*पर्यटकों की सहायता एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों हेतु 500 पर्यटक मित्र भर्ती किये जायेंगे।*
*आधारभूत संरचना के तहत* :-
नाथद्वारा -राजसमंद, *पुष्कर- अजमेर*, पिलानी -झुंझुनू ,एवं माउंट आबू -सिरोही में *₹160 करोड़* की लागत से सौंदर्यीकरण अन्य आधारभूत कार्य करवाये जायेंगे।
*(160 करोड़ में से पुष्कर हेतु कितने करोड़ का सौंदर्यीकरण होगा ??)*
*राजस्थान के बजट में पर्यटन को खासा महत्व दिया गया है उस लिहाज से देखा जाए तो पुष्कर के विकास को पंख लगने चाहिए!!*
*राजनीति महत्वकांशा एवं गुटबाजी पंख को कतरने का प्रयास न करे तो विकास नामी पंख की उड़ान पुष्कर के लिए शानदार हो सकती है।*
*कांग्रेस की आपसी गुटबाजी के एवं राजनीतिक वर्चस्व की उठापटक के कारण पुष्कर में नवीन 100 बेड के हॉस्पिटल की राजनीति देख चुके है। हॉस्पिटल मुद्दा अभी शांत है, अभी सरोवर मुद्दे का शोर है राजनेता शोर मचाकर जनता को गुमराह करने में माहिर होते है जनता समझ ही नही पाती आखिर राजनेता चाहते क्या है।*
खेर वर्तमान मुद्दे की बात की जाए *राजनीतिक प्रतिष्ठा किसकी बरकरार रहती है यह आगामी समय ही बताएगा क्योकि पर्यटन के लिहाज से पुष्कर का पर्यटक की दृष्टि से विकास अब RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ के हाथों में भी आ गया है।* आगामी विधानसभा चुनाव से पहले RTDC चेयरमैन पुष्कर की काया पलटने में कितनी रुचि रखते है और रुचि धरातल पर कब आएगी यह तो आने वाला समय ही बता पायेगा।
*पर्यटन विकास कोष से या अन्य विकास कोष से पुष्कर सरोवर हेतु भरपूर आवश्यक पूरा कोष या ऊंट के मुंह में जीरा जितना या ऊंट के मुंह में राई जितना कितना कोष मिलता यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा।*🤨🤨
स्थानीय निकाय, अजमेर विकास प्राधिकरण, पर्यटन विभाग, संबंधित अन्य विभाग एवं राजनेता सब मिलकर पुष्कर की काया पलट सकते है!! यदि इनकी इच्छाशक्ति प्रबल रूप से कार्य करे तो।
राजस्थान बजट की पूरे देश मे विपक्ष को छोड़कर सभी तारीफ कर रहे है और *पुष्कर में बजट को लेकर राजनीति वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई जिसे मीडिया बड़े मजे से भुना रहा है*😊😊
लेख में प्रयुक्त विचार मेरे निजी है।
धन्यवाद🙏🙏
*B.J., B.A., M.A.*
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