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Friday, November 18, 2022

दिशा सूचक बोर्ड बन गए है- नेता सूचक बोर्ड

 #The Udai - 25
18 नवंबर 2022

✍️दिलीप कुमार उदय

व्यंग्यात्मक अल्फाज प्रस्तुत है :-

दिशा सूचक बोर्ड बन गए है- नेता सूचक  बोर्ड

(पुष्कर - 0 KM, जयपुर - 145 KM, ब्रह्मा मंदिर ---->> )  इस तरह से लिखे हुए दिशा सूचक बोर्ड पुष्कर के प्रमुख मार्गो पर स्थित है।

पुष्कर एक धार्मिक एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल है जो सभी को विदित है सभी भली भांति जानते है परंतु यहाँ पर सभी प्रमुख मार्गों पर लगे हुए दिशा सूचक बोर्ड पर आए दिन बेनर, होर्डिंग्स टंगे रहते है उसी संदर्भ में लेख प्रस्तुत है:-

अमूमन पूरे देश में नेशनल, स्टेट हाइवे रोड पर शहर -कस्बो एवं  गांवों में दिशा सूचक बोर्ड लगे हुए होते है जो सभी आमजन , राजनेताओ एवं रसूखदारों को पता है। यह दिशा सूचक आमजन हो यात्रीगण हो सभी को गंतव्य स्थान तक पहुँचने के लिए मददगार साबित होते है क्योकि इनपर विभिन्न स्थानों के मार्गों की दूरी आदि की जानकारी अंकित होती है। 

तकनीक के इस दौर में इलेक्ट्रॉनिक गेजर्ट्स स्मार्ट यूज़र्स गूगल मैप जैसी एप्लिकेशन से भी गंतव्य स्थान तक पहुँच जाते है।

 राजस्थान सरकार की राजधारा एप्लिकेशन से भी सरकारी विभाग- कार्यालय एवं आमजन की सुविधार्थ  एवं आवश्यक सेवाओं के महत्वपूर्ण स्थानों को इस ऐप के माध्यम से ढूंढा जा सकता है।

तकनीक के इस दौर की बात ही निराली है, तकनीकी ज्ञान में हर कोई निपुण नही है, इसलिए राज्य एवं स्थानीय सरकारों द्वारा लगाए गए दिशा सूचक बोर्ड आजकल नेता सूचक एवं रसूकदार सूचक बोर्ड बनकर रह गए है 

आये दिन किसी न किसी पार्टी विशेष नेताओ के या रसूकदार लोगो द्वारा स्वयं एवं पार्टी प्रचार प्रसार हेतु या फिर जन्मदिवस के स्वागत सत्कार, विशेष पर्व आदि आदि.... की शुभकामनाएं प्रेषित करने हेतु बड़े बड़े होर्डिंग्स ,बेनर को दिशा सूचक बोर्ड पर टांग दिया जाता है जब तक तेज हवाओं का दौरे शुरू नही होता या फिर होर्डिंग्स फट नही जाता या

कोई नया बेनर नही लगा दिया जाता तब तक होर्डिंग्स या बेनर दिशा सूचक बोर्ड पर सजा रहता है!

निजी वाहन से लेकर यात्री वाहन, ट्रांसपोर्ट वाहन आदि से यात्री या आमजन की नजरें दिशा सूचक बोर्ड ढूंढती रहती है जब दिशा सूचक बोर्ड नजर आता है तब उसपे गंतव्य स्थान या मार्ग दूरी नजर नही आती है नजर आती है फलाने नेता या फलाने रसूकदार द्वारा हमारे शहर कस्बे में आपका स्वागत अभिनन्दन है। स्थान की जगह या मार्ग का तो पता नही पर यात्री को नेता या रसूकदार लोगो के  नाम जरूर पता चल जाते है। 

दिशा सूचक बोर्ड के साथ साथ पुष्कर में प्रवेश करते ही महात्मा गांधी सर्किल भी आये दिन नेता स्वागत सर्किल बन जाता है। महात्मा गांधी जी तो सर्किल में नजर ही नही आते क्योकि गांधी जी की प्रतिमा के बिल्कुल सामने बेनर लगा दिया जाता है। गांधी जी तो नजर नही आते है नजर आते है मुस्कुराते हुए नेताजी, फलाने जी, रसूकदार जी के बड़े बडे होर्डिंग्स एवं बेनर। 

पता नही क्यो विज्ञापन हेतु निर्धारित स्थान पर बेनर लगाने में इनको इतना परहेज क्यू रहता है! उपरोक्त बताई गई जमात को लगता है कि बेनर दिशा सूचक बोर्ड एवं गांधी सर्किल पर स्थित गांधी जी की प्रतिमा के बिल्कुल सामने लगाने से ही इनकी कद काठी लोगो को पता चलेगी। 

बेचारे कई शिर्ष नेताओ ओर रसुकदारो को तो पता ही नही की मेरा मुस्कुराता हुआ इठलाता हुवा इतराता हुवा, काले ऐनक के साथ फलाने श्रीमान के साथ दिशा सूचक बोर्ड पर कितने महीनों से टंगा हुवा है। यह टंगा हुवा बेनर आमजन को यात्रियों को कितनी तकलीफ देय पैदा कर रहा होगा इनसे अंजान है बेचारे क्या करे कार्यकर्ताओं का मित्रो का मान रखने के लिए टंगे रहते है!😊

आमजन यात्रीगण दूसरे माध्यम से पता लगाते रहते है किस स्थान तक किस मार्ग तक पहुँचे है क्योकि शहर के सभी दिशाओं में लगे दिशा सूचक बोर्ड तो नेताओ और रसूकदार के बैनरो से होर्डिंग्स से ढके हुए जो रहते है।

सोचिये -  दिशा सूचक बोर्ड जरूरी है या दिशा सूचक बोर्ड पर इन लोगो के बेनर, होर्डिंग्स जरूरी है ?? 🤨🤨

कई जगह पर दिशा सूचक बोर्ड में एक तरफ विज्ञापन हेतु जगह निर्धारित होती है और कई जगह पर नही होती है। ज्यादातर अक्सर ऐसा देखा जा सकता है कि जहाँ दिशा सूचक बोर्ड लगे हुए है उनपर विभिन्न स्थानों की दिशा एवं दूरी अंकित होती है उस दिशा सूचक बोर्ड पर अधिकांश समय बेनर ही टंगे रहते है।

बेचारे अधिकारी, कर्मचारी भी विवश है दिशा सूचक बोर्ड से बेनर हटाने का साहस कभी नही दिखाते यदि साहस दिखा दिया तो उस अधिकारी, कर्मचारी का भगवान ही मालिक है !! क्योकि पुष्कर की जनता में मौजूद राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता, रसूकदार एवं नेता स्वयं को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, उच्च अधिकारी के खासमखास दाएं- बाएं हाथ, कलाई, भुजा, हथेली, अंगुली पता नही क्या क्या समझते है 🤙🙋‍♂️☝️🫴🫲🫵 😜😎

दिशा सूचक बोर्ड पर बेनर होर्डिंग्स के मामले में विरोधी पार्टियां सदैव मित्रता का भाव रखती है इस मामले में इनके विचार बड़े नेक है!😊

उक्त लेख में प्रयुक्त विचार मेरे निजी है।

 लेख मजेदार लगा तो प्रतिक्रिया दीजिये, लाइक एवं शेयर भी कीजिए।

धन्यवाद🙏🙏

✍️

Dilip Kumar Udai
(B.J., & LL.B)
Independent Journalist,
IT Professional &
Entrepreneur
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